Bhatnagar, Rajendramohan

Adhunik hindi vyakran v.1989 - New Delhi Jagdish Bhardwaj Samyik Prakash 1989 - 205 p.

भाषा के शब्दकोश से लेकर उसकी प्रकृति और प्रयोगाश्रित संभावनाओं का अभ्यास इस पुस्तक में कराया गया है । शब्द- निर्माण विज्ञान और शब्द प्रयोग की सघन सार्थकता का इससे अबबोध होता है।

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