Saman nagarik sanhita Uttarakhand 2024 Saman nagarik sanhita niyamawali Uttarakhand 2025 sahit
- New Delhi Taxman 2025
- 392p. & V.P.p.
टैक्समैन द्वारा प्रकाशित "समान नागरिक संहिता उत्तराखंड 2024 और समान नागरिक संहिता नियमावली उत्तराखंड 2025 सहित" [बेअर एक्ट] एक कानूनी संदर्भ और प्रैक्टिशनर का उपकरण है जो नए कोड और इसके संगत नियमों के पूरे पाठ को संयोजित करता है। इस पुस्तक की सबसे मुख्य विशेषता इसकी व्यापक मैपिंग तालिकाओं की श्रृंखला है, जो पारंपरिक व्यक्तिगत कानूनों के प्रावधानों की तुलना और उन्हें नए कोड के अनुरूप वर्गीकृत करती हैं। ये तालिकाएँ पुस्तक की शुरुआत में ही स्पष्ट,साइड-बाय-साइड विवरण के साथ दी गई हैं, जो हिंदू विवाह अधिनियम, हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम, भारतीय ईसाई विवाह अधिनियम से लेकर मुस्लिम और पारसी विधानों तक के परिवर्तनों और निरंतरताओं को दर्शाती हैं।
यह पुस्तक निम्नलिखित पाठकों के लिए है: कानूनी प्रैक्टिशनर और शिक्षाविद् – वकील, न्यायाधीश, और कानून के छात्र विस्तृत मैपिंग तालिकाओं को उपयोगी पाएंगे, जो सटीक कानूनी परिवर्तनों को उजागर करने, परंपरागत कानूनों से एकीकृत कोड के परिवर्तन को समझने, और स्पष्टता के साथ तर्क तैयार करने में सहायक होंगी। सरकारी अधिकारी और रजिस्ट्रार – तालिकाएँ नए कोड के कार्यान्वयन को सरल बनाती हैं, स्पष्ट रूप से संशोधित प्रावधानों को हाइलाइट करती हैं, जिससे पंजीकरण और सत्यापन जैसे प्रशासनिक कार्य अधिक सरल हो जाते हैं। नीति निर्माता और कानून निर्माता – तुलनात्मक तालिकाएँ लंबे समय से चले आ रहे कानूनों को नए ढांचे में कैसे एकीकृत किया गया है, इस पर एक नज़र प्रदान करती हैं, जिससे भविष्य की कानूनी सुधार और नीति विकास में सहायता मिलती है। सामान्य पाठक और एडवोकेसी समूह – नागरिक और गैर-कानूनी पेशेवर जटिल कानूनी परिवर्तनों को अधिक प्रभावी ढंग से नेविगेट कर सकते हैं, क्योंकि संरचित तालिकाएँ कानूनी शब्दावली और प्रक्रियात्मक परिवर्तनों को सरल बनाती हैं।
यह प्रकाशन 2025 संस्करण है, जो समान नागरिक संहिता उत्तराखंड 2024 [2024 का उत्तराखंड अधिनियम संख्यांक 3] और समान नागरिक संहिता नियमावली उत्तराखंड 2025 को शामिल करता है, जिनमें निम्नलिखित उल्लेखनीय विशेषताएँ हैं: [विस्तृत मैपिंग तालिकाएँ] o मुख्य आकर्षण – पुस्तक की शुरुआत में ही विस्तृत तालिकाओं की एक श्रृंखला प्रस्तुत की जाती है जो परंपरागत कानूनों की धाराओं को नए यूसीसी, उत्तराखंड, 2024 के संगत प्रावधानों के साथ मैप और तुलना करती हैं। इनमें शामिल हैं हिंदू विवाह अधिनियम, 1955, हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम, 1956, मुस्लिम विवाहों के विघटन अधिनियम, 1939, मुस्लिम महिला (विवाह और तलाक पर अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 2019, मुस्लिम महिला (तलाक पर अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 1986, पारसी विवाह और तलाक अधिनियम, 1936, भारतीय ईसाई विवाह अधिनियम, 1872, तलाक अधिनियम, 1869, विशेष विवाह अधिनियम, 1954, और भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम, 1925 पाठ्य सुलभ – ये तालिकाएँ पाठकों को पारंपरिक कानूनी प्रावधानों के अद्यतन, प्रतिस्थापन, या सुरक्षित रखने की जानकारी तेजी से खोजने में सहायता करती हैं, जिससे समय की बचत होती है और जटिलता कम होती है। [पूर्ण सांविधिक पाठ] – इस संस्करण में समान नागरिक संहिता और इसके सहायक नियमों का पूर्ण पाठ शामिल है। [प्रक्रियात्मक मार्गदर्शन और व्यावहारिक उपकरण] – विवाहों के पंजीकरण, तलाक के आदेशों, और वसीयत संबंधी दस्तावेजों के लिए चरण-दर-चरण निर्देश, नए कोड के प्रक्रियात्मक पहलुओं को दर्शाते फॉर्म और परिशिष्ट भी शामिल हैं। पुस्तक की संरचना इस प्रकार है: प्रारंभिक खंड और मैपिंग तालिकाएँ – पुस्तक की शुरुआत में परंपरागत कानूनों के प्रमुख प्रावधानों और समान नागरिक संहिता, उत्तराखंड, 2024 के साथ तुलना करने वाली विस्तृत तालिकाएँ दी गई हैं। यह खंड पाठकों को कानूनी परिवर्तन का तत्काल और सुगम मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। भाग I – समान नागरिक संहिता, उत्तराखंड, 2024 – मुख्य सांविधिक पाठ को अध्यायों में विभाजित किया गया है, जिसमें स्पष्ट शीर्षक, स्पष्टीकरण, और पारस्परिक संदर्भ शामिल हैं। भाग II – समान नागरिक संहिता नियमावली, उत्तराखंड, 2025 – इस भाग में नए कोड को लागू करने के लिए प्रक्रियात्मक और प्रशासनिक ढांचे का विवरण दिया गया है। परिशिष्ट और मानक प्रपत्र – प्रपत्रों, नमूना आदेशों, प्रमाणपत्रों और अन्य उपकरणों का एक मजबूत संग्रह व्यावहारिक उपयोगिता सुनिश्चित करता है।