Nobel Shahyitya Pruskar 2004 prapt kriti 'The Qlaviourspilerin' ka hindi anuvad
अपनी किसी भी अन्य रचना में नोबेल पुरस्कार विजेता एल्फीडे येलिनेक ने अपनी भाषा को इतने सुर में नहीं साधा, जैसे 'पियानो टीचर' में। स्पष्ट है कि जब घृणा, ताक़त और विनाश जैसे वाद्यों का प्रयोग किया जा रहा हो तो बुर्जुआ दोगलेपन को उजागर करने में, सुरों को क्रूरतापूर्वक साधने के बावजूद, सम्पूर्ण सामंजस्य नहीं बैठता। इस उपन्यास में एल्फीडे येलिनेक व्यंग्य के माध्यम से अपना सर्वोत्कृष्ट साहित्यिक वाद्य बजा कर सुनाती हैं ।
9789350000328
Fiction-Hindi; Novel- Hindi; Winner of the Nobel Literature Prize 2004