अजमेर लेखिका मंच लेखिका मंच लेखिका मंच पग पग उत्साह यहाँ दिखती नयी उमंग शब्दों का यहाँ जाल है कवियों से सजे हैं मंच । लेखिका मंच लेखिका मंच लेखिका मंच लेखिका मंच मोती यहाँ अनमोल अलग अलग है. उम्र की सीमा नही यहाँ चलती यहाँ कला लेखिका मंच लेखिका मंच लेखिका मंच लेखिका मंच भोर की किरने हैं शब्दों में सजे धरती जैसे दुल्हन धूप गरमी एहसासों में गजलों में निशा के रंग लेखिका मंच लेखिका मंच लेखिका मंच लेखिका मंच विभिन्न विभिन्न यहाँ भाव है खुशी से साथ हैं हम छोटा-सा परिवार है जहाँ संग खड़े हैं हम