प्रस्तुत पुस्तक इस डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के ऐसे निबन्धों आलेखों का संग्रह है जिनमें उन्होंने भारतीय मनीषा का गुणानुवाद ही नहीं किया वरन् उसे सही सन्दर्भों में व्याख्यायित किया है। इस संग्रह की एक अन्यतम विशेषता है इसकी बहुआयामिता । इन आलेखों में जहां भारतीय महापुरुषों पर आलेख हैं, तो वहीं भारत और विश्व के अनेकों देशों का तुलनात्मक अध्ययन है।