Joshi, Vinay

Lokhit ke mukhya swar - Bhopal Rajbhaban 2022 - 334 p.

भाषणों का यह संग्रह एक ऐसा संग्रहणीय दस्तावेज बन गया है जिसमें भविष्योन्मुखी भारत की तस्वीर है तो हमारे अतीत की गौरवमयी खनक भी है। ग्रामीण भारत का स्वर है तो नये शोधों की आवश्यकता पर बल भी है। गुणवत्तायुक्त उच्च शिक्षा के लिए संकल्पबद्धता है तो सामाजिक सरोकारों के लिए प्रतिबद्धता भी है।


Speech

H 885.01 JOS Vol.3