Geetanjali
- Delhi Shivank Prakashan 2022
- 175 p.
गीतांजलि बंगाली कवि रवींद्रनाथ टैगोर की कविताओं का एक संग्रह है। टैगोर को साहित्य का नोबेल पुरस्कार मिला, मुख्यतः अंग्रेजी अनुवाद, गीत प्रसाद के लिए। यह यूनेस्को के प्रतिनिधि कार्यों के संग्रह का हिस्सा है। इसका केंद्रीय विषय भक्ति है, और इसका आदर्श वाक्य है ‘मैं यहाँ तुम्हारे गीत गाने के लिए हूँ’। प्रकृति, प्रेम ईश्वर के प्रति निष्ठा, और मानवतावादी मूल्यों के प्रति समर्पण भाव से सम्पन्न गीतांजलि के गीत पिछली एक सदी से बांग्लाभाषी जनों की आत्मा में बसे हुए हैं। विभिन्न भाषाओं में हुए इसके अनुवादों के माध्यम से विश्व भर के सह्रदय पाठक इसका रसास्वादन कर चुके हैं।