प्रस्तुत ग्रंथ में जनमाध्यम और साइबर कम्युनिकेशन के प्रमुख सिद्धांतकारों और प्रमुख समस्याओं की विस्तार से विवेचना की गई है। जनमाध्यमों के पठन-पाठन में यह पुस्तक मददगार साबित हो सकती है। आमतौर पर मीडिया के पठन-पाठन के दौरान सिद्धांतकारों की चर्चा न्यूनतम होती है, जबकि इनके बारे में विस्तार से पढ़ा और पढ़ाया जाना चाहिए। इस पुस्तक को तैयार करते समय हम दोनों के सामने मीडिया अध्ययन अध्यापन की गंभीर समस्याएँ उठती रही हैं। इनमें पहली समस्या यह थी कि किस तरह मीडिया, विधा, अंतर्वस्तु और विचारधारा के अंतस्संबंध के विभिन्न पक्षों को संतुलन के साथ पेश किया जाय। मीडिया को सूचना फ्लो, राष्ट्रीय संदर्भ और भूमंडलीय प्रवाह संदर्भ में प्रक्रिया के रूप में देखा जाना चाहिए। साथ बहुराष्ट्रीय मीडिया कंपनियों के विचारधारात्मक और मार्केटिंग के लक्ष्यों के संदर्भ में फड़ा जाना चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि मीडिया के शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए प्रस्तुत पुस्तक मददगार साबित होगी।