Vyavaharik Hindi vyakran v.1985
- Delhi Rajpal 1985
- 239 p.
प्रस्तुत पुस्तक में लेखक ने हिन्दी के व्याकरण को एक प्रणाली के रूप में प्रस्तुत किया है, और ऐसा सामान्य भाषाविज्ञान के ग्रंथों में निहित विचारों तथा रूसी भाषाविदों की रचनाओं के मूलभूत सिद्धांतों को ध्यान में रखकर किया गया है।