Gupta, Gauri Shankar

Chand lamhen - New Delhi Star Publications 2011 - 72

श्री गौरीशंकर गुप्ता के 142 छन्दों की काव्य पुस्तिका का संबंध है, इनका केन्द्रीय विषय प्रेम और उसकी विविध व्यंजनाएँ हैं, जो मेरे विचार से यदि समस्त नहीं तो अधिकांश कविता की केन्द्रीय विषय वस्तु रही है या होती है-इस अर्थ में कि प्रेम के ही नहीं उसके किसी विलोग घृणा, तिरस्कार, क्रोध, अवज्ञा, उदासीनता आदि पर भी लिखी गई कविता.

9788176504713


Hindi Kavitaen

CS 891.431 GUP