Suresh, K.

Ikkis Bihar aur ek Madrasi - New Dehli Radhakrishna 2013 - 112 p.

इक्कीस बिहारी और एक मद्रासी भाषा, प्रान्त और शैलीगत आग्रहों से मुक्त करता हुआ संवेदना के धरातल पर जीवन की समरसता की सिफारिश करता है। इसमें एक संवेदनशील इनसान द्वारा परिस्थितियों के अनुरूप नियति का स्वीकार तथा उसके अनुरूप स्वयं को ढालने के कौशल का भी अंकन है।

9788183616010


Civil servent, Sansmaran

CS 351.6924 SUR