Ranendra

Rat baki evam anya kahaniyan - Patna Rajkamal Prakashan 2010 - 136p.

ये कहानियाँ ऐसे इलाक़े से सिर उठाने की जुर्रत करती हैं जहाँ अशिक्षा, ग़रीबी और बदहाली के घने जंगलों में व्यवस्था के हिंसक नरभक्षी मनमाना शिकार किया करते हैं।

9788126719044


"Short stories, Hindi"

CS RAN