Andheri raat ke taare
Material type:
TextPublication details: Noida Vagdevi Prakashan 2022Edition: 1st edDescription: 423 pISBN: - 9789380441702
- H 891.43 CHA
| Item type | Current library | Call number | Status | Date due | Barcode | Item holds |
|---|---|---|---|---|---|---|
|
|
Gandhi Smriti Library | H 891.43 CHA (Browse shelf(Opens below)) | Available | 168122 |
Browsing Gandhi Smriti Library shelves Close shelf browser (Hides shelf browser)
|
|
|
|
|
|
|
||
| H 891.43 CHA Aatmakatha ki saskriti | H 891.43 CHA Sharatchandra Chattopadhyay : Len-Den | H 891.43 CHA Stri sahityetihas, asmita aur stri aatmkatha | H 891.43 CHA Andheri raat ke taare | H 891.43 CHA Vayam rakshamah | H 891.43 CHA Grihdah | H 891.43 CHA Sahitye Aur Sahityekar Ek Mulyankan : साहित्य और साहित्य एक मुल्यांकन |
कलाओं में भारतीय आधुनिकता के एक मूर्धन्य हैदर रज़ा एक अथक और अनोखे चित्रकार तो थे ही उनकी अन्य कलाओं में भी गहरी दिलचस्पी थी। विशेषतः कविता और विचार में। वे हिन्दी को अपनी मातृभाषा मानते थे और हालाँकि उनका फ्रेंच और अँग्रेज़ी का ज्ञान और उन पर अधिकार गहरा था, वे, फ्रांस में साठ वर्ष बिताने के बाद भी, हिन्दी में रमे रहे। यह आकस्मिक नहीं है कि अपने कला-जीवन के उत्तरार्द्ध में उनके सभी चित्रों के शीर्षक हिन्दी में होते थे। वे संसार के श्रेष्ठ चित्रकारों में, २०-२१वीं सदियों में, शायद अकेले हैं जिन्होंने अपने सौ से अधिक चित्रों में देवनागरी में संस्कृत, हिन्दी और उर्दू कविता की पंक्तियाँ अंकित कीं। बरसों तक मैं जब उनके साथ कुछ समय पेरिस में बिताने जाता था तो उनके इसरार पर अपने साथ नवप्रकाशित हिन्दी कविता की पुस्तकें ले जाता था उनके पुस्तक-संग्रह में, जो अब दिल्ली स्थित रज़ा अभिलेखागार का एक हिस्सा है, हिन्दी कविता का एक बड़ा संग्रह शामिल था।

There are no comments on this title.